Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Apr, 2018 12:26 PM
एससी-एसटी एक्ट में हुए बदलाव का जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने विरोध किया है। मुस्लिम और दलितों के एक मंच पर आने की पैरवी करने वाले मौलाना मदनी ने...
सहारनपुरः एससी-एसटी एक्ट में हुए बदलाव का जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने विरोध किया है। मुस्लिम और दलितों के एक मंच पर आने की पैरवी करने वाले मौलाना मदनी ने एससी एसटी एक्ट पर कहा कि मीडिया में जो बहस चल रही है, उसके मुताबिक यह कहा जा रहा है कि इस एक्ट के तहत ज्यादातर मुकदमों में चार्जशीट दाखिल की गई है और मुकदमें सच पाए गए हैं।
यानी यह कहा जा सकता है कि दलितों के साथ जुल्म हुआ है और गुजरात समेत विभिन्न प्रदेशों से हाल ही में दलित उत्पीड़न के कई मामले भी प्रकाश में आए हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ बनाए गए कानून का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस ओर संज्ञान लेकर इस कानून की समीक्षा करते हुए बिना जांच किए बेगुनाह मुसलमान युवकों की गिरफ्तारी पर रोक लगानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेगुनाह मुसलमान युवकों को दहशतगर्दी के आरोप में गिरफ्तार कर सालों तक जेलों में रखा जाता है, जिनमें से 80 प्रतिशत मामले झूठे पाए गए और सुप्रीम कोर्ट ने बेकसूर मुस्लिम नौजवानों को बाइज्जत बरी भी किया।