Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Jul, 2023 06:58 PM
कांग्रेस पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी रविवार को मेरठ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में महिलाओं और पुरुषों के साथ जो घटना घटी है वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार के संरक्षण...
मेरठः कांग्रेस पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी रविवार को मेरठ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में महिलाओं और पुरुषों के साथ जो घटना घटी है वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार के संरक्षण में हुई है। उन्होंने कहा कि लगातार दो महीने से मणिपुर जल रहा है। हाल ही में वायरल हुए वीडियो में जिस तरीके की घटनाएं घटित हुई है उसमें बेटियों को निशाना बनाया गया है। बेटी मेरी भी हो सकती है और ऐसी घटनाओं के होने से उन्हें और उनके पार्टी को बहुत ज्यादा दुख है।
भारतीय जनता पार्टी ने पूरी दुनिया के सामने झुकाने का प्रयास किया
सिद्दीकी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले मणिपुर को हिंदू मुस्लिम के नाम पर जलाया गया और अब क्रिश्चियन और हिंदुओं के नाम पर या दूसरों के नाम पर जलाया जा रहा है। इन घटनाओं से पूरी मानवता शर्मसार हुई है और हिंदुस्तान का सिर इन घटनाओं की वजह से भारतीय जनता पार्टी ने पूरी दुनिया के सामने झुकाने का प्रयास किया है। उसके बाद जब पार्लिमेंट की कार्रवाई शुरू हुई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सिर्फ 36 सेकेंड में अपनी बात कही और इस मुद्दे पर बहस करने के लिए भी तैयार नहीं हुए। इस मुद्दे पर वह राज्यसभा और लोकसभा से वो भाग जाते हैं। उन्होंने कहा कि वो खुद भी सरकार में रहे हैं और उन्होंने भी सरकार चलाई है और सरकार के कार्यकाल में घटनाएं भी होती हैं लेकिन ऐसी घटना ना तो उन्होंने देखी है और ना ही उसके बारे में सुना है।
शासन-प्रशासन की कमी से हुई 6 कांवड़ियों की मौत
मेरठ में बीते दिनों कांवड़ यात्रा से लौट रहे 6 कांवड़ियों की मौत पर उन्होंने कहा कि यह घटना शासन-प्रशासन की कमी की वजह से हुई थी और उसी वजह से इन सभी कांवड़ियों की जान गई थी। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार ढिंढोरा तो दुनिया भर में पीटती है लेकिन काम नही करती। आगे उन्होंने कहा कि सिर्फ फूल बरसाने से काम नहीं चलता। फूल बरसाना अच्छी बात है लेकिन सुरक्षा के इंतजाम करना भी सरकार का काम है। इस मुद्दे पर सरकार कुछ नहीं कर रही है।