Edited By Ajay kumar,Updated: 15 Feb, 2024 09:00 PM
श्रम विभाग के पोर्टल से एक करोड़ सात लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने प्रेमी जोड़े के साथ चार अन्य आरोपियों को छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुछ माल की बरामदगी भी हुई है।
कानपुरः श्रम विभाग के पोर्टल से एक करोड़ सात लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने प्रेमी जोड़े के साथ चार अन्य आरोपियों को छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुछ माल की बरामदगी भी हुई है।
मास्टरमाइंड उदित को केंद्र सरकार ने दो बार किया है सम्मानित
मास्टरमाइंड उदित ने बताया कि श्रमविभाग की योजनाओं का दो बार पूरे देश में टॉप पर नाम लेकर आया इसके लिए उसे केंद्र सरकार ने दो बार सम्मानित भी किया। लखनऊ में आयुष्मान योजना में टारगेट पूरा करने के लिए बुलाया गया था। इस फर्जीवाड़े में लखनऊ स्थित श्रम विभाग में कार्यरत अकाउंटेंट दिनेश दीक्षित ने उसे पूरी जानकारी दी थी। बुधवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एक फरवरी 2024 को अपर श्रमायुक्त कानपुर मंडल कल्पना श्रीवास्तव ने पुलिस को तहरीर दी थी कि साइबर अपराधियों ने कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत अनुदान के फर्जी आवेदन कर उनकी आईडी व अधिकारियों के फर्जी डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग कर डीएलसी तथा एलसी की आईडी को स्कीप करते हुए लगभग 196 अपात्र श्रमिकों के खाते में लगभग एक करोड़ सात लाख की धनराशि ट्रांसफर कर ली थी।
पुलिस जांच में मुख्य मास्टरमाइंड प्रेमी जोड़ा निकला
घटना के खुलासे के लिए पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर सर्विलांस तथा स्वाट टीम समेत चार टीमों का गठन किया गया। जांच शुरू की तो पता चला कि इस घटना के मुख्य मास्टरमाइंड प्रेमी जोड़ा उदित मिश्रा निवासी सजेती हाल पता 19 वीं मंजिल बिल्डिंग पारा थाना लखनऊ और उसकी प्रेमिका नैंसी ठाकुर निवासी नागपुर महाराष्ट्र हैं। उदित श्रम विभाग के टेक्निकल सलाहकार के रूप में मदद करता था और ट्रेजरी ऑफिसर का डिजिटल सिग्नेचर कर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
धोखाधड़ी में शामिल 6 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस धोखाधड़ी में शामिल सजेती निवासी अंकित मिश्रा, मुरादाबाद के थाना मोजपुर निवासी मोहम्मद यासीन, मुरादाबाद के थाना कटघर अंबेडकर नगर निवासी ललित कश्यप, सीतापुर के आदर्श नगर निवासी विनय दीक्षित को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने बताया कि उदित और अंकित भाई हैं। मास्टरमाइंड उदित ने बताया कि उसे धोखाधड़ी करने के लिए कुल धनराशि में 20 फीसदी रकम मिलनी थी। कुछ रकम उसके भाई अंकित के खाते में गई। उसने बताया कि कृष्णा नगर स्थित एक ज्वैलर्स के पास नकद ( का आदान-प्रदान किया गया था।