Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Oct, 2023 10:47 AM
Politics News: लोकसभा चुनाव से पहले ही 'इंडिया गठबंधन' लड़खड़ाता नजर आ रहा है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित 5 राज्यों में होने वाले चुनाव को इंडिया गठबंधन की परीक्षा माना जा रहा था। जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर...
Politics News: लोकसभा चुनाव से पहले ही 'इंडिया गठबंधन' लड़खड़ाता नजर आ रहा है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित 5 राज्यों में होने वाले चुनाव को इंडिया गठबंधन की परीक्षा माना जा रहा था। जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर कड़वाहट बढ़ी है वहीं रालोद मुखिया जयंत चौधरी गठबंधन की बारिकी रेखा पर संभलकर चल रहे हैं। जयंत चौधरी ने राजस्थान में कांग्रेस के पक्ष में अपने सभी 9 विधायक उतारकर यूपी में ज्यादा सीटें हासिल करने के लिए दबाव का दांव चला है। अब परीक्षा से पहले ही गठबंधन की आपसदारी में सेंध लगने लगी है।
जयंत चौधरी ने चला सियासी दांव, राजस्थान के बहाने साधेंगे UP का चुनाव
मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अखिलेश यादव को सीट ना देकर नाराज कर दिया, लेकिन राजस्थान में जयंत चौधरी को पूरी वरीयता दी जा रही है। इस बहाने कांग्रेस उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की दावेदारी को कमजोर करने और जयंत चौधरी को उभारकर पश्चिम यूपी और राजस्थान में पंजे की पकड़ मजबूत करने की संभावनाएं खोज रही है। इसी बीच जयंत चौधरी ने राजस्थान में कांग्रेस की मदद के लिए उत्तर प्रदेश के सभी 9 विधायकों की ड्यूटी लगा दी है। वहीं गुर्जर वोटों को साधने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री बाबू नारायण सिंह के पौत्र व मीरापुर विधायक चंदन चौहान और रामचंद्र विकल की पुत्री रमा नागर को विशेष टास्क दिया है।
10 से ज्यादा सीटों पर दावा करेंगे जयंत चौधरी
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को अपने साथ जोड़कर जयंत चौधरी राजस्थान में जाट, गुर्जर व दलित की तिकड़ी मजबूत करने में जुटे हैं। खतौली विधानसभा उपचुनाव में जयंत का यह प्रयोग सफल भी रहा था। राजस्थान में अपनी ताकत दिखाकर जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने 10 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर दावेदारी करेंगे।