Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 01:55 PM
21 साल पुराने वजीरगंज थाने से संबंधित मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर पर मुसीबत बन आई है। विरुद्ध विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीबीआइ) ने मुकदमे में हाजिर न होने पर राजबब्बर और सपा कार्यकर्ता अरविंद यादव के विरूद्ध कार्रवाई की...
लखनऊ(अनिल सैनी): 21 साल पुराने वजीरगंज थाने से संबंधित मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर पर मुसीबत बन आई है। विरुद्ध विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीबीआइ) ने मुकदमे में हाजिर न होने पर राजबब्बर और सपा कार्यकर्ता अरविंद यादव के विरूद्ध कार्रवाई की है। जिसके तहत इन्द्र प्रकाश ने वारंट जारी करते हुए उनकी उपस्थिति के लिए 20 नवंबर की तिथि नियत की है।
जानिए क्या है 21 साल पुराना मामला
अदालत के समक्ष लंबित पत्रवली के अनुसार वर्ष 1996 में अभिनेता राज बब्बर सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे थे। वजीरगंज थाने पर मतदान अधिकारी कृष्ण बिहारी राना ने 2 मई 1996 को दोनों आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा है कि मतदान केंद्र संख्या 192/103 के बूथ संख्या 192 पर उनकी ड्यूटी थी।
राजबब्बर पर मारपीट-गालियां देने का लगा आरोप
उसी दौरान लगभग एक बजे दिन में जब मतदाताओं का आना बंद हो गया तब वह कमरे से निकल कर बरामदे में खाना खाने जा रहे थे कि तभी राज बब्बर एवं अरविन्द यादव अपने 5-7 साथियों के साथ आ गए। सभी ने वादी पर फर्जी मतदान कराने का आरोप लगाते हुए उन्हें एवं पोलिंग एजेंट शिवकुमार सिंह को घेर लिया और गालियां देते हुए मारा।