Edited By ,Updated: 04 May, 2017 06:21 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केदारनाथ यात्रा पर कटाक्ष करते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि केन्द्र सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान बांटने के लिये मोदी धर्म का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं।
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केदारनाथ यात्रा पर कटाक्ष करते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि केन्द्र सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान बांटने के लिये मोदी धर्म का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की तैयारी और पंजाब एवं हरियाणा में पार्टी की हालत की समीक्षा बैठक में शामिल होते हुयी मायावती कहा कि जब भी मोदी सरकार जनहित, जनकल्याण व देशहित के मामलों में फेल होती हुई नजर आती है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शीर्ष नेतृत्व जनता का ध्यान उस विफलता की तरफ से बाँटने के लिये भगवान के दर्शन व मन्दिरों के चक्कर काटने शुरू कर देते हैं। भाजपा के नेताओं द्वारा धर्म का चुनावी लाभ के लिये इस्तेमाल पहले भी किया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व भाजपा शासित राज्यों द्वारा ‘भगवा तुष्टीकरण’ की नीति पर चलकर इससे जुड़े आपराधिक तत्वों को हर स्तर पर व हर प्रकार का गलत संरक्षण दिया जा रहा है, जिससे देश में एक प्रकार से अव्यवस्था जैसा माहौल हो गया है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि पंजाब को हालाँकि भाजपा-अकाली दल गठबंधन सरकार से मुक्ति मिल गई है, लेकिन हरियाणा में भाजपा का कट्टरवाद व संकीर्ण राष्ट्रवाद प्रदेश को लगातार पीछे ढ़केलता जा रहा है। संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों व मंत्रियों आदि की भाषा व व्यवहार संविधान की मंशा व कानून से मेल नहीं खाता है, जिससे अनेकों गलत कराणों से हरियाणा की सरकार सुर्खियों में रहती है। दलितों के प्रति भी राज्य सरकार का रवैया न्यायपूर्ण व सहानुभूति का नहीं होने कारण उन वर्गों का शोषण व अन्याय पहले की तरह ही लगातार जारी है।
समीक्षा बैठक में बसपा के वरिष्ठ व जिम्मेवार पदाधिकारियों के साथ पार्टी के केन्द्रीय प्रभारियों ने भी भाग लिया। उन लोगों ने अपने-अपने राज्यों में पार्टी की गतिविधियों व जमीनी स्तर पर पार्टी की सक्रियता के बारे में अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को पेश की।