Edited By Ajay kumar,Updated: 30 Apr, 2019 05:29 PM
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन की तरफ से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के चुनाव लडऩे पर खतरा मंडराने लगा है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
वाराणसी: वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के चुनाव लडऩे पर खतरा मंडराने लगा है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव द्वारा नामांकन में दिए गए हलफनामे में नौकरी से त्यागपत्र के लिए दो अलग-अलग वजह बताई है। चुनाव आयोग ने कल यानि बुधवार को 11 बजे तक जवाब देने के लिए कहा है। साथ ही ये भी हिदायत दी गई है कि अगर मामले को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो नामांकन खारिज हो सकता है।
गौरतलब है कि सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन बड़े ही नाटकीय ढंग से समाजवादी पार्टी ने तेजबहादुर यादव को अपना कैंडिडेट घोषित कर नामांकन भी दाखिल करवा दिया। वाराणसी सीट से पहले से घोषित सपा प्रत्याशी शालिनी यादव ने भी नामांकन किया। उन्हें ये भी नहीं पता कि समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। नामांकन के बाद जब उन्हें टिकट कटने की बात पता चली तो वह हैरान हो गईं।
मालूम हो बीएसएफ के जवान रहे तेज बहादुर पिछले साल जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को खराब खाना दिये जाने की शिकायत वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आये थे। उन्हें झूठे आरोप लगाने के आरोप में जुलाई 2018 में बर्खास्त कर दिया गया था। इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे का फैसला किया था। वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लड़ रहे तेजबहादुर को कई पार्टियों का समर्थन मिल रहा है। तेज बहादुर यादव पिछले कई दिनों से पीएम मोदी के खिलाफ जोरदार प्रचार कर रहे हैं। चुनाव लडऩे के लिए जाते वक्त उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह लड़ाई असली चौकीदार और नकली चौकीदार के बीच है।