Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 01:51 PM
उत्तराखंड में राज्य सरकार ने मदरसों में एक नया कानून लागू किया है। मदरसों में अब कुरआन के साथ-साथ जल्द ही संस्कृत के श्लोक भी सुनने को मिलेंगे। छात्रों को अब संस्कृत का भी अध्ययन करवाया जाएगा।
देहरादून(कुलदीप रावत): उत्तराखंड में राज्य सरकार ने मदरसों में एक नया कानून लागू किया है। मदरसों में अब कुरआन के साथ-साथ जल्द ही संस्कृत के श्लोक भी सुनने को मिलेंगे। छात्रों को अब संस्कृत का भी अध्ययन करवाया जाएगा।
इसके लिए उत्तराखंड के अल्पसंख्यक आयोग ने संस्कृत को लेकर तैयारी शुरु कर ली है। अल्पसंख्यक आयोग के निदेशक आलोक शेखर तिवारी ने कहा कि जो छात्र संस्कृत पढ़ने का इच्छुक होगा, उसे संस्कृत भाषा पढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संस्कृत को पढ़ने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है। इसके लिए संस्कृत के आचार्य आदि की व्यवस्था की जा रही है।
इसके साथ ही मदरसों के मौलवियों का भी कहना है कि यह एक अच्छी शुरुआत है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह नियम बहुत पहले ही बना देना चाहिए था। छात्रों को उर्दू भाषा के साथ अन्य भाषाएं भी सीखने को मिलेंगी। मदरसों में मौलवियों के साथ-साथ छात्रों में भी संस्कृत पढ़ने को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला है।