Edited By prachi,Updated: 07 Dec, 2019 12:18 PM
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि उनसे अपेक्षा होगी कि वह अनुच्छेद 370 और तीन तलाक के समय के दिखावटी विरोध को इस बार...
पटनाः राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि उनसे अपेक्षा होगी कि वह अनुच्छेद 370 और तीन तलाक के समय के दिखावटी विरोध को इस बार नहीं दोहराएंगे।
तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन विधयेक के विरोध की घोषणा की है। इसका वह स्वागत करते हैं, लेकिन इस विरोध का स्वरूप कैसा होगा इसको लेकर उन्हें संशय हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है कि इसके पहले भी श्री कुमार ने तीन तलाक कानून तथा संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने का विरोध किया था लेकिन वह विरोध औपचारिक और दिखावटी साबित हुआ।
राजद नेता ने कहा कि उन दोनों अवसरों पर नीतीश कुमार की पार्टी के सांसदों ने भाषण तो जरूर विरोध में दिए लेकिन जब पक्ष-विपक्ष में वोट डालने का अवसर आया तो वे सदन से बहिर्गमन कर गए। इस तरह दोनों अवसरों पर अप्रत्यक्ष ढंग से श्री कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद ही की थी।
तिवारी ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधयेक हमारे संविधान की आत्मा का हनन करता है। साथ ही इस विधेयक के विरोध में देश की उत्तर-पूर्वी सीमा पर स्थित सभी आठ राज्यों के नागरिक मोदी सरकार के विरुद्ध बगावत की मुद्रा में हैं। पांच हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा का यह इलाका है जबकि उन्हीं में एक अरुणाचल प्रदेश पर तो चीन की नाजायज दावेदारी है। चीन की विस्तारवादी नीति से दुनिया वाकिफ है।