Edited By ,Updated: 20 Nov, 2016 05:36 PM
बीती रात 3 बजकर 10 मिनट पर कानपुर के पास पुखरायां में हुए ट्रेन हादसे से हाहाकार मचा हुआ है।
कानपुर: बीती रात 3 बजकर 10 मिनट पर कानपुर के पास पुखरायां में हुए ट्रेन हादसे से हाहाकार मचा हुआ है। पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे अचानक पटरी से उतरने का किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है। हादसे के बाद से ही लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लेकिन अचानक हुए इस वीभत्स हादसे से रेलवे विभाग के अधिकारियों समेत सरकार तक सकते में आ गई है।
क्या हैं ताजा हालात?
अब तक एनडीआरएफ की टीम ने जो आंकड़े दिए हैं, वे हैरान करने वाले हैं। स्लीपर क्लास के 6 डिब्बों, जनरल बोगी के 2 डिब्बों और एसी क्लास के 5 डिब्बों से निकाले गए कुल लोगों में से 100 से ज्यादा की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि 200 से ज्यादा लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है। घायलों को आस-पास के अस्पतालों समेत कानपुर के हैलट में भर्ती किया जा रहा है। घायलों में 80 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अब तक के बड़े हादसे
साल 2000 के बाद देश में कई ट्रेन हादसे हुए। इनमें हजारों लोगों की मौत हुई। लेकिन किसी एक हादसे में सबसे ज्यादा मरने वालों की संख्या 170 है। जो 28 मई 2010 को नक्सली हमले में ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण हुआ था। यही नहीं साल 2002 में कोलकाता से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस बिहार में पटरी से उतर गई। इस हादसे में 120 लोगों की जान गई थी। जबकि 2014 में दिल्ली-गोरखपुर एक्सप्रेस संतकबीरनगर में एक मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेन में सवार 100 यात्रियों की मौत हुई थी।
गौरतलब है कि पुखरायां ट्रेन हादसे में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि जिन 200 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से लगभग 80 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। लोगों को गैस कटर से डिब्बे काटकर निकाला जा रहा है। लिहाजा साफ है कि मौत का ये आंकड़ा और बढ़ सकता है।
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