Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 01:01 PM
बुन्देलखंण्ड में शासन के तमाम दावों के बाद भी बालू के अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा। यूपी एमपी सीमा से निकलने वाली उर्मिल नदी से खनन माफिया पुलिस प्रशासन से मिलीभगत कर रात के
महोबाः बुन्देलखंण्ड में शासन के तमाम दावों के बाद भी बालू के अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा। यूपी एमपी सीमा से निकलने वाली उर्मिल नदी से खनन माफिया पुलिस प्रशासन से मिलीभगत कर रात के अंधेरे में बेशकीमती वालू को निकालने में जुटे हुए हैं। नतीजतन नदी किनारे किसानों के खेतों में ट्रक ट्रैक्टर दौड़ने से कृषियुक्त जमीन बर्बाद हो रही हैं। खनन माफियाओं से नाराज किसानों ने डीएम से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक मामला महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र का है। जहां उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे मध्यप्रदेश सीमा के थाना महाराजपुर के खीरी गांव में रहने वाले किसानो ने खनन माफिया की अराजकता की लिखित शिकायत डीएम से की है। आरोप लगाया है कि श्रीनगर थाना पुलिस खनन माफियाओं से मिलकर हमारे खेतों से बालू के ट्रैक्टरों को दौड़ा रहे हैं। जिसके चलते हमारी खेतों की जमीन बर्बाद हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि नदी के किनारे की बंधान को काटकर हमारे खेतों के किनारे लगे पेड़ों को रात के अंधेरे में काटकर सड़क बनाने में लगे हुए हैं। खेतों से ट्रैक्टरों को निकालने के विरोध करने पर माफिया गाली गलौज कर रहे हैं। साथ ही किसान महिलाओं ने आरोप लगाया कि मध्य्प्रदेश सीमा में आकर श्रीनगर थाना पुलिस 10 हजार रुपए प्रति ट्रक की वसूली कर रही हैं। बालू अवैध खनन रोकने पर पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता भी की है।
वहीं महोबा जिलाधिकारी ने बताया कि नदी के समीप से ट्रैक्टरों के रास्ते को निकालने को लेकर किसानों और खनन माफियाओं के बीच विवाद की शिकायत आज मिली है । खनन ओर राजस्व की टीमें भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी।