Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 08:01 AM
भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं और उनकी बेटी के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में लखनऊ की विशेष पॉक्सो अदालत ने बहुजन समाज पार्टी के पूर्व महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा कई अन्य अभियुक्तों के खिलाफ समन जारी किया।
लखनऊ: भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं और उनकी बेटी के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में लखनऊ की विशेष पॉक्सो अदालत ने बहुजन समाज पार्टी के पूर्व महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा कई अन्य अभियुक्तों के खिलाफ समन जारी किया। विशेष न्यायाधीश अविनाश सक्सेना ने सिद्दीकी के साथ मामले के सह अभियुक्तों राम अचल राजभर, मेवालाल गौतम, नौशाद अली तथा अतर सिंह राव को भी 8 फरवरी को तलब किया है।
इस मामले में पीड़ित लड़की की मां और दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह इस वक्त राज्य सरकार में मंत्री हैं। मामले के सभी आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को आरोप पत्र दाखिल किया गया। इस मामले में अन्य अभियुक्तों बसपा प्रमुख मायावती, प्रदीप सिंह, ओपी सिंह, उषा चौधरी तथा जन्नत जहां के खिलाफ विवेचना अभी जारी है।
उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई 2016 को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती की तुलना कथित रूप से वेश्या से की थी। इस टिप्पणी के विरोध में 21 जुलाई को लखनऊ के हजरतगंज में बसपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान दयाशंकर सिंह की मां, पत्नी और उनकी नाबालिग बेटी के प्रति अभद्र टिप्पणियां की गई थीं।
दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने 22 जुलाई, 2016 को इस मामले को लेकर हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। जिसमें बसपा के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर तथा राष्ट्रीय सचिव मेवालाल तथा अन्य अभियुक्तों के साथ-साथ पार्टी मुखिया मायावती को भी नामजद किया गया था।