Edited By ,Updated: 07 Mar, 2017 11:09 AM
सामूहिक बलात्कार और यौन उत्पीडऩ के आरोपी उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री गायत्री प्रजापति के दो और साथियों को आज गिरफ्तार कर लिया गया।
लखनऊ: सामूहिक बलात्कार और यौन उत्पीडऩ के आरोपी उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री गायत्री प्रजापति के दो और साथियों को आज गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों आरोपियों को नोएडा के पास से गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम आशीष शुक्ला और अशोक तिवारी बताये गये हैं। दोनों को लखनऊ लाया गया है। उनसे पूछताछ चल रही है।
इससे पहले गायत्री प्रजापति के गनर चन्द्रपाल को कल गिरफ्तार किया गया था। चन्द्रपाल ने साजिशन फंसाये जाने का दावा करते हुए कहा था कि वह पूरी तरह निर्दोष हैं। उसे नहीं जानकारी है कि आरोप लगाने वाली महिला ऐसा कयों कर रही है।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने गायत्री प्रजापति और उनके छह साथियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोप में गत 18 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया था। उसी आदेश के तहत लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई, इसके बाद मामले की जांच कर रहीं पुलिस उपाधीक्षक अमिता सिंह ने पीडिता का बयान दिल्ली जाकर दर्ज किया था। बयान दर्ज होने के बाद पुलिस की बढ़ी सक्रियता के बीच गायत्री प्रजापति ने उच्चतम न्यायालय से गिरतारी पर रोक लगाने की गुहार लगायी, लेकिन उनकी याचिका कल खारिज हो गयी। इसके बाद चन्द्रपाल को कल गिरफ्तार किया गया जबकि आशीष शुक्ला और अशोक तिवारी आज पुलिस की गिरफ्त में आये। ये तीनों ही मामले में नामजद आरोपी हैं।
उधर, गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किये जाने के कारण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया। उनके मंत्रिमंडल में बने रहने पर राज्यपाल राम नाईक ने भी अखिलेश यादव पर सवाल खड़ किये। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने तो अखिलेश यादव पर गायत्री प्रजापति को छुपाने तक का आरोप लगा दिया। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। कानून की मदद के लिये उनकी सरकार हर तरह से तैयार है। वह निजी तौर पर भी कानून के पक्षधर हैं।