Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 12:00 PM
महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या से ही श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए। रात्रि भर जलाभिषेक किया गया। द्रोणनगरी में अद्भुत उत्साह और उल्लास महसूस हुआ। हर तरफ शिव हरे की गूंज थी।
देहरादून: महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या से ही श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए। रात्रि भर जलाभिषेक किया गया। द्रोणनगरी में अद्भुत उत्साह और उल्लास महसूस हुआ। हर तरफ शिव हरे की गूंज थी। गढ़ी कैंट स्थित प्राचीन टपकेश्वर मंदिर में शाम से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने व्यवस्थाएं कर रखी थी।
मंदिर के परिसर में भजन-कीर्तन और गीत की धूम रही। श्रीमहंत भरत गिरि और कृष्ण गिरि महाराज ने कहा कि हर शैव के लिए यह सबसे महत्व का त्यौहार है। मां पार्वती और बाबा शंकर का विवाह मन में आनंद पैदा करता है। इसी तरह सहारनपुर चौक स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर में भी शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई।
राजपुर स्थित ऐतिहासिक बावड़ी शिव मंदिर में भी हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। शाम होते लोगों का जमावड़ा लगना प्रारम्भ हो गया था। रात भर भक्त आनंद से भरे गीत गाते रहे। डाकपट्टी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भी हजारों लोगों ने बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाया।