Edited By Nitika,Updated: 19 Apr, 2019 11:30 AM
गंगा की अविरलता और निर्मलता को बचाए रखने के लिए पिछले 177 दिनों से संत आत्मबोधानंद अनशन पर बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने 27 अप्रैल से जल त्यागने का भी ऐलान किया है।
हरिद्वारः गंगा की अविरलता और निर्मलता को बचाए रखने के लिए पिछले 177 दिनों से संत आत्मबोधानंद अनशन पर बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने 27 अप्रैल से जल त्यागने का भी ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार, संत आत्बोधानंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि अनशन के दौरान ना ही उनकी मांगों को पूरा किया गया और ना ही प्रशासन के द्वारा उनसे बातचीत की गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी सहित कई बड़े नेता चुनाव प्रतार करने के लिए आए लेकिन किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली। वहीं संत आत्मबोधानंद ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 25 अप्रैल तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह 27 अप्रैल से जल का भी त्याग कर देंगे।
बता दें कि संत आत्मबोधानंद 24 अक्टूबर से अनशन पर बैठे हैं। प्रशासन के द्वारा उन्हें जबरन उठाकर दिल्ली एम्स में भर्ती करवा दिया गया था, जहां पर उनकी सेहत और खराब हो गई। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन पर अस्पताल में उनकी हत्या करवाने का भी आरोप लगाया था। गौरतलब है कि गंगा की रक्षा के लिए अनशन पर बैठे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने भी जल का त्याग कर दिया था, जिसके बाद उनका निधन हो गया था।