Edited By Diksha kanojia,Updated: 27 Feb, 2021 05:26 PM
चमोली के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने शनिवार को बताया कि 72वां शव शुक्रवार देर शाम को बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि इस बीच शनिवार को 21वें दिन भी आपदा प्रभावित इलाके में बचाव अभियान जारी है। जोशी ने बताया कि आपदा प्रभावित इलाके के अलग-अलग...
गोपेश्वरः जोशीमठ के नजदीक मरवाडी में अलकनंदा के किनारे एक और शव के मिलने के साथ ही उत्तराखंड में इस महीने के शुरू में ग्लेशियर टूटने से आई प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 72 हो गई है।
चमोली के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने शनिवार को बताया कि 72वां शव शुक्रवार देर शाम को बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि इस बीच शनिवार को 21वें दिन भी आपदा प्रभावित इलाके में बचाव अभियान जारी है। जोशी ने बताया कि आपदा प्रभावित इलाके के अलग-अलग स्थानों से अब तक 72 शव और 30 मानव अंग प्राप्त हो चुके हैं जिनमें से 41 लोगों की पहचान की जा चुकी है जबकि 132 अब भी लापता हैं।
इस बीच एनटीपीसी, जिसकी तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना सात फरवरी को आई आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुई थी, के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने राज्य सरकार की सूची के मुताबिक प्रभावित 25 परिवारों को मुआवजा देने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में 3.52 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अन्य पीड़ितों का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जाने के बाद उनके परिजनों को भी मुआवजे की राशि दी जाएगी।