Edited By Diksha kanojia,Updated: 21 May, 2022 02:58 PM
जानकारी के अनुसार, पिछले माह अपने चार बच्चों के साथ यूक्रेन से भागकर उत्तरकाशी में शरण लेने वाली महिला सारसी की सबसे छोटी पुत्री छह वर्षीया अभया के पेट में बुधवार रात को अचानक तेज दर्द होने लगा। फिलहाल सैंज कुमालल्टी में स्थित पायलेट बाबा के आश्रम...
उत्तरकाशीः यूक्रेन एवं रूस के मध्य चल रहे युद्ध के बीच अपने परिवार के साथ किसी तरह बाहर निकली एक यूक्रेनी महिला की बीमार बच्ची की यहां एक सरकारी अस्पताल में निशुल्क शल्यचिकित्सा कर जान बचाई गई जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार, पिछले माह अपने चार बच्चों के साथ यूक्रेन से भागकर उत्तरकाशी में शरण लेने वाली महिला सारसी की सबसे छोटी पुत्री छह वर्षीया अभया के पेट में बुधवार रात को अचानक तेज दर्द होने लगा। फिलहाल सैंज कुमालल्टी में स्थित पायलेट बाबा के आश्रम में रह रही सारसी आर्थिक तंगी की वजह से अभया को अस्पताल ले जाने में असमर्थ थी और वह मदद मांगने रेडक्रॉस कार्यालय पहुंच गयी।
वहां उसकी मुलाकात रेडक्रॉस के स्थानीय अध्यक्ष माधव प्रसाद जोशी से हुई जिन्होंने तत्काल महिला को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ के एस चौहान को दिखाया। बच्ची के पेट में अपेंडिक्स की शिकायत पता चलने के बाद महिला की पुत्री का अल्ट्रासाउंड कराया गया। बाद में, चिकित्सकों ने अभया का निशुल्क सफल ऑपरेशन किया और उसकी जान बचा ली। महिला ने रेडक्रॉस और चिकित्सकों का सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है।