Edited By Nitika,Updated: 03 Aug, 2018 02:20 PM
उत्तराखंड सरकार के द्वारा राज्य के दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं पहुंचाने के लाख दावे किए जा रहे हैं लेकिन ताजा मामला सरकार के इन सभी दावों की धज्जियां उड़ा रहा है।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड सरकार के द्वारा राज्य के दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं पहुंचाने के लाख दावे किए जा रहे हैं लेकिन ताजा मामला सरकार के इन सभी दावों की धज्जियां उड़ा रहा है। सरकार के इन खोखले दावों की मार सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं को झेलनी पड़ रही है।
जानकारी के अनुसार, यह ताजा मामला उत्तरकाशी के दूरस्थ गांव का है, जहां गुरुवार को एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान दर्द में कराहते हुए 6 किलोमीटर जोखिम भरा पैदल रास्ता पार करना पड़ा। उसके बाद महिला को सड़क पर एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध हुई। एंबुलेंस मिलने पर महिला को नौगांव के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद अस्पताल में महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। महिला और बच्चे के सुरक्षित होने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।
बता दें कि इससे पहले भी ऐसा एक मामला प्रकाश में आया था, जहां पर गर्भवती महिला को ग्रामीणों के द्वारा पालकी पर बैठाकर अस्पताल तक पहंचाया गया था। प्रशासन चाहे स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लाख दावे कर लें लेकिन असलियत तो कुछ और ही बयां कर रही है। दुर्गम स्थानों पर अभी भी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। रास्ते खराब होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।