Edited By Nitika,Updated: 22 May, 2018 01:44 PM
उत्तराखंड के जंगलों में पिछले 5 दिनों से आग धधक रही है। इसके साथ-साथ कुमाऊं में पहाड़ियां जलकर राख हो गई है और आसमान धुएं से सफेद हो रहा है। यह भीषण आग ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे तक पहुंच गई है।
देहरादूनः उत्तराखंड के जंगलों में पिछले 5 दिनों से आग धधक रही है। इसके साथ-साथ कुमाऊं में पहाड़ियां जलकर राख हो गई है और आसमान धुएं से सफेद हो रहा है। यह भीषण आग ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे तक पहुंच गई है।
जंगलों में आग लगने से लाखों का हो रहा नुकसान
जानकारी के अनुसार, ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब उत्तराखंड की पहाड़ियां जल रही हो, ऐसा हर साल होता है। जंगलों में आग का भीषण रूप बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल जिले में देखने को मिल रहा है। इसके लिए सरकार की तरफ से कई बार बजट पास होता है लेकिन स्थिति फिर जैसे की तैसी ही बनी रहती है। विभाग की तरफ से कई स्तरों की टीमों को गठित कर जगलों को बचाने को लेकर विचार-विमर्श भी किे जाते है लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होता और जंगल जलते ही रहते हैं। इससे हर बाद लाखों का नुकसान भी होता है।
जंगलों को अराजक तत्वों के द्वारा किया जाता आग के हवाले
इसके साथ-साथ कई बार जंगलों को अराजक तत्वों के द्वारा भी आग के हवाले कर दिया जाता है। वह भी एक भूल या फिर अनजाने में लेकिन बढ़ते-बढ़ते आग एक भयानक रूप धारण कर लेती है, जिससे कि सारी वनस्पति और वन्य जीव खत्म हो जाती है। इसके साथ-साथ वहां रह रहे छोटे-बड़े जीव-जन्तु भी आग की चपेट में आ जाते है। वहीं जंगलों में लगा आग पर वन्य विभाग का कहना है कि जंगलों में आग को लेकर जो घटनाएं होती हैं, उसको लेकर वन विभाग काफी चिंतित है। इसके साथ-साथ कई टीमों का गठन भी किया गया है जो कि गर्मी को सीजन को देखते हुए जगह-जगह पर तैनात की गई है ताकि वन्य जीव और जंगलों को बचाया जा सके। इसके द्वारा आग पर भी काबू पाने का प्रयास किया जाता है।