Edited By Nitika,Updated: 20 Jan, 2019 11:59 AM
उत्तराखंड के कुमाऊं विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री के मामले बढ़ते जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री संबंधी एक और मामला प्रकाश में आया है। अभी तक इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
नैनीतालः उत्तराखंड के कुमाऊं विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री के मामले बढ़ते जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री संबंधी एक और मामला प्रकाश में आया है। अभी तक इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक संजय पंत के अनुसार ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से सत्यापन के लिए एक और डिग्री विश्वविद्यालय को भेजी गई है।
विश्वविद्यालय की ओर से इस मामले की जांच की गयी तो डिग्री फर्जी पाई गई। पंत ने कहा कि उन्होंने ब्रिटिश उच्चायोग से इस मामले में और ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है। जैसे ही अधिक जानकारी मिल पाएगी तो विश्वविद्यालय की ओर से इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा। ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से कहा गया है कि उसे अधिक ब्योरा उपलब्ध करवाने के लिए उच्चाधिकारियों की अनुमति लेनी जरूरी है। पंत ने कहा कि यदि ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से और अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई जाती है तो इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय से सम्पर्क करेंगे।
गौरतलब है कि यह फर्जीवाड़ा दिसंबर अंत में प्रकाश में आया था। इस फर्जीवाड़े में 19 लोगों के दस्तावेज फर्जी निकले। संबद्ध मामले में फर्जी दस्तावेजों के बल पर अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में नौकरी और उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए आवेदन किया गया था। इसके बाद इन उच्चायोगों की ओर से विश्वविद्यालय से इन डिग्रियों की वैद्यता को लेकर जानकारी मांगी गई थी। जांच में 19 डिग्री फर्जी पाई गई। सभी के खिलाफ नैनीताल के मल्लीताल कोतवाली में भारतीय दंड संहित की धारा 420, 467, 468 और 471 में मामला दर्ज करवाया गया है। पंत ने कहा कि सामने आए नए फर्जीवाड़े में भी जल्द पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई जाएगी।