राज्य में प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं से हुई 300 करोड़ की क्षतिः मुख्यमंत्री

Edited By Nitika,Updated: 15 Sep, 2019 04:47 PM

statement of cm rawat

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य में घटित प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं से 300 करोड़ रुपए की क्षति की आशंका व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को 30 सितंबर तक वास्तविक व्यय का विवरण सरकार को सौंपने के निर्देश दिए...

देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य में घटित प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं से 300 करोड़ रुपए की क्षति की आशंका व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को 30 सितंबर तक वास्तविक व्यय का विवरण सरकार को सौंपने के निर्देश दिए हैं।

जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने शनिवार को सचिवालय में शासन के उच्चाधिकारियों एवं सभी जिलाधिकारियों के साथ आपदा से हुए नुकसान एवं राहत कार्यों की जिलावार समीक्षा करते हुए कहा कि आपदा राहत एवं इससे हुए नुकसान की भरपाई के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को आपदा मद में 71 करोड़ धनराशि पूर्व में उपलब्ध करवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त भी जिलाधिकारियों को 30 करोड़ और उपलब्ध करवाए गए हैं।

वहीं सीएम ने आपदा के दौरान त्वरित कार्रवाई के लिए सभी सम्बन्धित आधिकारियों के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों से आपदा से हुए नुकसान का पूर्ण विवरण 30 सितम्बर तक प्राप्त होने के बाद इसकी सूचना तद्नुसार केन्द्र सरकार को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों, पेयजल, बिजली, विद्यालय भवनों की मरम्मत का कार्य त्वरित गति से पूर्ण किया जाए। उन्होंने आपदाग्रस्त योजनाओं की मरम्मत के मामलों की स्वीकृति में भी विलम्ब नहीं करने के निर्देश दिए। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम यात्रा आरम्भ होने की स्थिति का भी जायजा लिया और इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं यथा समय पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में अपेक्षा से कम वर्षा हुई है वहां उत्पन्न सूखे की स्थिति का भी आंकलन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने सेब की फसल को हुए नुकसान का आंकलन तथा सेब को बाजार तक लाने की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा, इसके लिए यदि अतिरिक्त धनराशि की जरूरत हो तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने आपदा से बेहतर बचाव के लिए महिला और युवक मंगल दलों को प्रशिक्षित करने और गांवों में आपदा मित्रों की व्यवस्था के साथ ही जिन गांवों में संचार सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर डीएसटीपी की सुविधा उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने थराली और घाट क्षेत्र में भी एसडीआरएफ की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं।

बता दें कि बैठक में आपदा प्रबन्धन विभाग के सचिव अमित नेगी ने बताया कि राज्य में इस वर्ष 15 जून से 14 सितम्बर तक आपदा से संबंधित 1124 घटनाएं हुई हैं, जिसमें 70 लोगों की मौत हुई और 73 अन्य घायल हुए जबकि 4 लोग लापता हैं। इस दौरान 235 भवन पूर्ण क्षतिगस्त तथा इतने ही आंशिक क्षतिग्रस्त हुए हैं। 92 बड़े तथा 356 छोटे पशुओं की हानि और 21 गोशालाओं को नुकसान हुआ है, जबकि आपदा से 205 पेयजल योजनाओं तथा 29 विद्युत लाइनों को नुकसान पहुंचा है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!