Edited By Nitika,Updated: 18 Aug, 2019 12:09 PM
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में पिछले साल हुई भारी बारिश के कारण पुल बह गए थे। इस बार भी लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं नदियां उफान पर आने के कारण 4 गांव के लोग जान हथेली पर रख कर सफर करने को मजबूर हैं।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में पिछले साल हुई भारी बारिश के कारण पुल बह गए थे। इस बार भी लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं नदियां उफान पर आने के कारण 4 गांव के लोग जान हथेली पर रख कर सफर करने को मजबूर हैं।
जानकारी के अनुसार, मामला उत्तरकाशी जिले का है, जहां पर सुदूरवर्ती मोरी प्रखंड के नुराणु गांव के सांकरी से तालुका फॉरेस्ट जीप मार्ग के पुल पिछले साल भारी बारिश के चलते बह गए थे। ऐसे में इस बार लगातार हो रही बारिश के चलते नदियां उफान पर आ गई हैं, जिससे सांकरी-तालुका वन जीप मार्ग पर 4 गांव के लोग जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर हैं।
वहीं ग्रामीणों को आज भी रूपीन नदी पार करने के लिए ट्रॉली के सहारे आवाजाही करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं बरसात के दौरान नदी के उफान पर आने से 2 महीने तक ग्रामीण गांवों में कैद हो जाते हैं। दरअसल ट्रॉली के बाद ग्रामीणों को गांव तक पहुंचने के लिए 8 किमी. का सफर पैदल भी तय करना पड़ता है।
बता दें कि उत्तरकाशी के सुदूरवर्ती मोरी प्रखंड के नुराणु गांव के 98 परिवार 2013 की आपदा के दंश आज भी झेल रहे है। इसके साथ ही बरसात के समय ग्रामीणों की यह परेशानी और बढ़ जाती है। ग्रामीण नीचे उफनती नदी को रस्सियों के सहारे पार करते हैं।