Edited By Nitika,Updated: 03 Dec, 2018 06:59 PM
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में फूड प्वाइजनिंग के कारण हुई मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों में से सोमवार क एक और मरीज की मौत हो गई।
हल्द्वानीः उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में फूड प्वाइजनिंग के कारण हुई मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों में से सोमवार क एक और मरीज की मौत हो गई।
मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 4
जानकारी के अनुसार, फूड प्वाइजनिंग मामले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है, जबकि अभी 10 बच्चों सहित कुल 46 मरीज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं इस मामले में अब सियायत भी गरमाने लगी है। इसी के चलते राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा की बागेश्वर जिले के अस्पतालों में स्वास्थ्य सामग्री तक नहीं मिल पा रही है। इससे इलाज में देरी हो रही है। इस वजह से 4 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
राज्य में फूड प्वाइजनिंग की घटना सबसे बड़ी
राज्यसभा सांसद ने कहा की इस हादसे में हुई मौतों से सरकार को सबक लेने की जरूरत है। इसलिए यह जरूरी हो गया है कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। प्रदीप टम्टा ने कहा कि रा्ज्य में फूड प्वाइजनिंग की सबसे बड़ी घटना है। इससे सबक लेते हुए सरकार को चाहिए कि पहाड़ों को जाने वाली खाद्य सामग्री की भी जांच करवाए क्योंकि कीटनाशक सहित अन्य चीजें भी फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकती है। उन्होंने सरकार को संवेदनहीन बताते हुए कहा कि मृतक सदस्यों के परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान ना कर पाना सरकार की नाकामी को दर्शा रहा है।