Edited By Nitika,Updated: 24 Jun, 2018 12:32 PM
उत्तराखंड में नैनीताल हाईकोर्ट के राफ्टिंग बंदी के आदेश के बाद ऋषिकेश का पूरा राफ्टिंग एसोसिएशन सड़कों पर उतर गया है। उनका कहना है कि राफ्टिंग से जुड़े युवा बेरोजगार हो गए हैं और उनके भूखे रहने तक की नौबत आ गई है।
ऋषिकेशः उत्तराखंड में नैनीताल हाईकोर्ट के राफ्टिंग बंदी के आदेश के बाद ऋषिकेश का पूरा राफ्टिंग एसोसिएशन सड़कों पर उतर गया है। उनका कहना है कि राफ्टिंग से जुड़े युवा बेरोजगार हो गए हैं और उनके भूखे रहने तक की नौबत आ गई है।
राफ्टिंग एसोसिएशन ने सरकार पर लगाए आरोप
जानकारी के अनुसार, राफ्टिंग से जुड़े मालिकों और कर्मचारियों के द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। राफ्टिंग एसोसिएशन ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने इतने सालों के बाद भी पर्यटन की कोई नीति नहीं बनाई और ना ही अपना पक्ष हाईकोर्ट में सही ढंग से रखा, इसका खामियाजा राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग से जुड़े कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है।
राज्य में पलायन राफ्टिंग और कैंपिंग से रुका
इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार पलायन को रोकने की बात कर रही है और राज्य में सबसे अधिक पलायन राफ्टिंग और कैंपिंग के द्वारा ही रुका है। सरकार इसी को बंद करवाने में लगी हुई है। राफ्टिंग एसोसिएशन के अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि जल्द ही वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। इसके बाद अगर सरकार हमारा पक्ष रखने में नाकामयाब होती है तो इस इस आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।