Edited By Nitika,Updated: 21 Sep, 2018 01:47 PM
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार से आरंभ हो चुका है। सदन में पहले दिन से ही विपक्ष के द्वारा हंगामा कर सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को प्रश्नकाल सुचारू ढंग के साथ पूरा...
देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार से आरंभ हो चुका है। सदन में पहले दिन से ही विपक्ष के द्वारा हंगामा कर सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को प्रश्नकाल सुचारू ढंग के साथ पूरा हुआ।
खराब कानून व्यवस्था पर विपक्ष ने चर्चा करने की रखी मांग
जानकारी के अनुसार, विधानसभा सत्र के तीसरे दिन संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत के द्वारा कैग की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा गया। इसके साथ ही पिछले 2 दिनों की तरह तीसरे दिन भी जहां एक तरफ भाजपा विधायकों के द्वारा कई बार सवालों में मंत्रियों के घेरा गया, वहीं कुछ मामलों में विधायकों के द्वारा नाराजगी भी व्यक्त की गई। सदन में तीसरे दिन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष के द्वारा खराब कानून व्यवस्था को लेकर नियम 310 के अन्तर्गत चर्चा करने की मांग की। कानून व्यवस्था पर चर्चा करने की मांग को लेकर सारा विपक्ष एकजुट नजर आया।
निकाय विस्तारीकरण को लेकर सदन में उठाए गए सवाल
वहीं भाजपा विधायकों के द्वारा कई बार अपने सवालों से शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को असहज किया। इसके साथ ही विधायक उमेश शर्मा काऊ और भरत चौधरी ने सदन में निकाय विस्तारीकरण को लेकर सवाल उठाए। इस मामले पर शिक्षा मंत्री का बचाव करने उतरे शहरी विकास मंत्री ने कहा कि जो गांव पूर्ण रूप से निकाय में सम्मिलित हो गए है, जिनका कोर्ट में कोई मामला नहीं रह गया है, वह निकाय के अन्तर्गत आएंगे। इसके अतिरिक्त जिनका मामला कोर्ट में है, वह पंचायत के अन्तर्गत आएंगे।