Edited By Nitika,Updated: 24 May, 2018 05:25 PM
उत्तराखंड में थराली उपचुनाव सीट पर 28 मई को मतदान होने जा रहे हैं। इस एक सीट के लिए राज्य में राजनीति अपनी चरम पर पहुंच गई है। इसी के चलते भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए हार-जीत के अलग-अलग मायने हैं।
देहरादूनः उत्तराखंड में थराली उपचुनाव सीट पर 28 मई को मतदान होने जा रहे हैं। इस एक सीट के लिए राज्य में राजनीति अपनी चरम पर पहुंच गई है। इसी के चलते भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए हार-जीत के अलग-अलग मायने हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रीतम सिंह थराली में चुनाव प्रचार के चलते जनसभाएं करने में व्यस्त हैं। वहीं दूसरी तरफ रास्ते में प्रीतम सिंह के काफिले को रोककर उनकी गाड़ियों की चेकिंग की गई। इस पर कार्यकर्त्ताओं के द्वारा काफी नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने पुलिसकर्मियों को कहा कि हम कौन सा दुनियाभर का माल भरकर ले जा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री से पूछने पर उन्होंने पुराने दिन याद दिलाते हुए कहा कि पहले भी ऐसे हरी चेकिंग की जाती थी और आज भी वैसे ही हो रही है। अंतर केवल इतना है कि अब प्रीतम सिंह के पास कोई काम नहीं रह गया है, इसलिए वह हल्ला कर रहे हैं।
बता दें कि थराली सीट अगर कांग्रेस के हिस्से में आती है तो उसको विधानसभा में मिली बड़ी हार से थोड़ी राहत मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ भाजपा और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत दोनों को यह सीट हासिल करके अपने आपको साबित करना है। इसी के चलते दोनों पार्टियां चुनाव प्रचार करने में लगी हुई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी चुनाव प्रचार के लिए थराली पहुंच चुके हैं।