Edited By Nitika,Updated: 14 Oct, 2018 06:26 PM
उत्तराखंड में राज्य सरकार के द्वारा 108 एंबुलेंस सेवा को दुरुस्त करने के बड़े-बड़े दावे किए जाते है लेकिन मरीजों को तो दूर गर्भवती महिलाओं को भी एंबुलेंस की सेवा प्राप्त नहीं हो रही है। ऐसा ही एक मामला बागेश्वर जिले का सामने आया है, जहां पर एक...
बागेश्वरः उत्तराखंड में राज्य सरकार के द्वारा 108 एंबुलेंस सेवा को दुरुस्त करने के बड़े-बड़े दावे किए जाते है लेकिन मरीजों को तो दूर गर्भवती महिलाओं को भी एंबुलेंस की सेवा प्राप्त नहीं हो रही है। ऐसा ही एक मामला बागेश्वर जिले का सामने आया है, जहां पर एक गर्भवती महिला के द्वारा घंटों एंबुलेंस का इंतजार किया गया। घंटों इंतजार करने के बाद गर्भवती महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया।
जानकारी के अनुसार, यह मामला बागेश्वर जिले के कपकोट इलाके का है, जहां पर फरसाली गांव निवासी गर्भवती महिला पूजा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इस दौरान महिला के पति के द्वारा एंबुलेंस को सेवा के लिए बुलाया गया लेकिन तेल खत्म होने के कारण एंबुलेस ना पहुंच पाई। गर्भवती महिला एंबुलेस के इंतजार में घंटों तड़पती रही। वहीं गर्भवती महिला को टैक्सी के द्वारा अस्पताल ले जाया गया। इसी बीच रास्ते में ही गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया।
महिला और नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी तेल खत्म होने के कारण गर्भवती महिला और नवजात बच्चे की जान जोखिम में आ चुकी है।