Edited By Nitika,Updated: 16 May, 2018 04:06 PM
उत्तराखंड विधानसभा में लगातार मंत्रियों की विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर जारी है। इसी के चलते मंत्री प्रकाश पंत ने निजी क्षेत्र की शुगर मिलों, सरकारी और अर्द्ध सरकारी शुगर मिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा में लगातार मंत्रियों की विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर जारी है। इसी के चलते मंत्री प्रकाश पंत ने निजी क्षेत्र की शुगर मिलों, सरकारी और अर्द्ध सरकारी शुगर मिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
प्रकाश पंत ने शुगर फेडरेशन के कर्मचारियों के साथ की बातचीत
जानकारी के अनुसार, मंत्री प्रकाश पंत ने मंगलवार को शुगर फेडरेशन के कर्मचारियों के सामने अपनी बात रखी। इस दौरान प्रकाश पंत ने कहा कि अभी तक निजी मिलों का 512 करोड़ 22 लाख का भुगतान किसानों का बाकी है। इसके साथ-साथ 339 करोड़ 75 लाख का भुगतान अभी तक किसानों को निजी शुगर मिलों ने किया है, जो कि कुल मिलाकर 851 करोड़ 97 लाख रुपए था।
शुगर मिलों के आधुनिकीकरण के लिए की जा रही पहल
प्रकाश पंत ने कहा कि अब एक नई एडवाइजरी जारी कर दी गई है जिसमें कि शुगर फेडरेशन प्रत्येक दिन चीनी के दामों की घोषणा करेगी। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि शुगर मिलों के आधुनिकीकरण के लिए भी पहल की जा रही है। इसके अन्तर्गत 2 चीनी मिलों का एमओयू भी साइन हो चुका है, जिसको कि जल्द ही आरंभ किया जाएगा। ऐसे में वह अपनी चीनी को रिटेल में भी बेच पाएंगे। इसके अतिरिक्त तीसरा सरकार का तीसरा निर्णय यह है कि सरकार स्थल बनाने का काम करेगी, जिसका चीनी मिलों को प्रोजेक्ट बनाने का निर्देश दिया गया है।
सरकार की इस साल की रिकवरी भी अच्छी
प्रकाश पंत ने कहा कि सरकार की इस साल रिकवरी भी बहुत अच्छी रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि सितारगंज की जो चीनी मिल अभी चल नहीं पा रही थी, उसको पीपीपी मोड पर दिया गया है। वहां पर कर्मचारियों के पैसों का भुगतान होना है, उसके लिए 132 करोड़ की धनराशि की मांग सरकार से की है। इसके साथ ही बंद पड़ी गदरपुर चीनी मिल को दोबारा से खोलने की शुरूआत की जी रही है।