Edited By Nitika,Updated: 24 Feb, 2020 04:43 PM
उत्तराखंड में केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई उज्जवला योजना का लाभ गरीब परिवार नहीं उठा पा रहे हैं। इतना ही नहीं इस योजना के 99 फीसदी लाभार्थियों ने दूसरे सिलेंडर का लाभ भी नहीं लिया है।
देहरादूनः उत्तराखंड में केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई उज्जवला योजना का लाभ गरीब परिवार नहीं उठा पा रहे हैं। इतना ही नहीं इस योजना के 99 फीसदी लाभार्थियों ने दूसरे सिलेंडर का लाभ भी नहीं लिया है।
पहाड़ी राज्य के 13 जिलों में से कुल 3.72 लाख परिवारों को उज्जवला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं लेकिन इनमें से केवल 3500 परिवार ही ऐसे रहे हैं, जिन्होंने दोबारा सिलेंडर भरवाया। इस पर एक महिला ने बताया कि सिलेंडर की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। अब दाम 900 रुपए के पास हैं। हमारे पास इतने पैसे नहीं होते कि सिलेंडर भरवा सकें। सरकार को इस बढ़ती हुई कीमतों को वापस लेना चाहिए।
वहीं ग्रामीण इलाकों में गैस एजेंसियों की कमी, पहाड़ी इलाकों में घर तक डिलिवरी की व्यवस्था न होने जैसी समस्याएं भी हैं। भारत के वन सर्वे के अनुसार, दिसंबर 2019 में उत्तराखंड के लोग अब भी हर साल 4076 टन लड़की का इस्तेमाल खाने बनाने सहित अन्य कामों के लिए करते हैं।
बता दें कि पिछले ही सप्ताह गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की कीमत में 144.5 रुपए का इजाफा हुआ है। इस पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन देने का यह लक्ष्य रहा है कि उनका जीवन आसान बन सके। हम इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए तत्पर हैं।