Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 May, 2018 06:02 PM
बदरीनाथ मंदिर की छत सोने के पत्तर से मढ़ने की गुप्ता बंधुओं की मुराद पूरी हो पाएगी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन, यह साफ है कि गुप्ता बंधुओं के धन का प्रवाह उनकी इच्छा के मुताबिक ही हो रहा है। कई माध्यमों से उनके धन का प्रवाह हो रहा है। इसकी...
देहरादून: बदरीनाथ मंदिर की छत सोने के पत्तर से मढ़ने की गुप्ता बंधुओं की मुराद पूरी हो पाएगी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन, यह साफ है कि गुप्ता बंधुओं के धन का प्रवाह उनकी इच्छा के मुताबिक ही हो रहा है। कई माध्यमों से उनके धन का प्रवाह हो रहा है। इसकी वजह आयकर और एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के नियमों में लचरता मानी जा रही है। सूत्रों की मानें, तो सत्ता में शामिल कई ताकतवर लोग उनको बचाने में लगे हुए हैं। पिछले साल बदरीनाथ धाम में भागवत कथा कराने वाले गुप्ता बंधु इस बार फिर वहां कथा करा रहे हैं।
खरबों की संपत्ति के मालिक गुप्ता बंधु भले ही देश से बाहर हों, लेकिन उनकी ताकत में कोई कमी नहीं आई है। उनका वित्तीय साम्राज्य यथावत चल रहा है। आयकर विभाग डीआई के सूत्रों का कहना है कि पहले उन पर सख्त कार्रवाई न करने का दबाव पड़ता रहा है। बड़ी-बड़ी राजनीतिक हस्तियां दबाव डालती रही हैं। लेकिन नियमानुसार कार्रवाई जारी रहेगी। कानून-नियमों की कमजोरी का लाभ उठाना जानते हैं। बताया जा रहा है कि गुप्ता बंधुओं के धन का प्रवाह कई स्तरों पर हो रहा है। उनके पास संसाधन की कमी नहीं है। इसलिए उनके काम नहीं रुक रहे हैं।
कई कंपनियों में भी है हिस्सेदारी
गौरतलब है कि इनकम टैक्स इनवेस्टिगेटिंग विंग ने इस बात को स्पष्ट किया था कि गुप्ता बंधुओं की कई शेल कंपनियां हैं। यही नहीं, कई सूचीबद्ध कंपनियों में भी इनकी हिस्सेदारी है। इसलिए कानून सम्मत व गैर कानूनी दोनों तरीके से इनके धन का प्रवाह बाजार में हो रहा है। इनकम टैक्स डायरेक्टोरेट ऑफ इनवेस्टिगेशंस ने अभियान चलाकर इनकी चूलें हिलाने का काम किया था। इसमें कई अधिकारियों ने भारी जोखिम लेकर इनकी बेनामी संपत्तियों का पता लगाने की पुरजोर कोशिश की थी। इसमें उन्हें सफलता भी मिली थी। लगभग एक माह तक चले अभियान में देहरादून, नोएडा, गाजियाबाद और सहारनपुर समेत कई स्थानों में संपत्तियों का पता लगा था।