Edited By Nitika,Updated: 14 Nov, 2018 02:32 PM
उत्तराखंड के श्रीनगर जिले में स्थित एनआईटी (राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान) में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एनआईटी प्रबंधन की चेतावनी के बाद भी छात्र एनआईटी परिसर में लौटने को तैयार नहीं हुए हैं।
श्रीनगरः उत्तराखंड के श्रीनगर जिले में स्थित एनआईटी (राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान) में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एनआईटी प्रबंधन की चेतावनी के बाद भी छात्र एनआईटी परिसर में लौटने को तैयार नहीं हुए हैं। वहीं अब मामले के राजनीतिक रंग लेने के बाद से एनआईटी का मुद्दा और भी गंभीर हो गया है।
जानकारी के अनुसार, श्रीनगर से एनआईटी हटाने का षडयंत्र होने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान और एनआईटी प्रबंधन की चेतावनी का भी छात्रों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकार ने यह तय कर लिया है कि छात्रों के ना मानने पर सख्त रुख अपनाया जाएगा। सरकार एनआईटी को श्रीनगर से स्थानांतरित नहीं करना चाहती और छात्र श्रीनगर के एनआईटी परिसर में पढ़ने के लिए तैयार नही हैं। छात्रों का कहना है कि एनआईटी को किसी दूसरी जगह पर स्थानांतरित किया जाए।
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने यह स्पष्ट रूप से कह दिया है कि श्रीनगर में ही एनआईटी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों के द्वारा मानने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस मामले में सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार की करनी और कथनी में काफी अंतर है।