Edited By Nitika,Updated: 28 Jul, 2022 10:08 AM
उत्तराखंड के चीन सीमा से सटे उच्च हिमालयी क्षेत्र में बारिश के कारण चट्टान खिसकने से एक नेपाली मजदूर की मौत हो गई जबकि उसका दूसरा साथी घायल हो गया है। चीन सीमा को जोड़ने वाले तीन बाडर्र रोड़ भी मलबा आने के कारण बंद हो गया हैं।
पिथौरागढ़/नैनीतालः उत्तराखंड के चीन सीमा से सटे उच्च हिमालयी क्षेत्र में बारिश के कारण चट्टान खिसकने से एक नेपाली मजदूर की मौत हो गई जबकि उसका दूसरा साथी घायल हो गया है। चीन सीमा को जोड़ने वाले तीन बाडर्र रोड़ भी मलबा आने के कारण बंद हो गया हैं।
पिथौरागढ़ जिला नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, सीमा सड़क संगठन की ओर से इन दिनों घटियाबगड़-लिपूलेख मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। मंगलवार देर सायं को लमारी के पास अचानक एक चट्टान दरक गई। मार्ग निर्माण में लगे 2 नेपाली मजदूर इसकी चपेट में आ गए। इस हादसे में नर बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका दूसरा साथी घायल हो गया।
इस घटना में धारचूला की ओर आ रहा सेना का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। देर रात को धारचूला पुलिस प्रशासन को इस घटना की सूचना मिल पाई। इसके बाद घायल को धारचूला लाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। बारिश के कारण धारचूला का चीन सीमा से सम्पर्क टूट गया है। सीमा को जोड़ने वाली 3 सड़कें मलबा आने के चले बंद हो गई हैं। इनमें घटियाबगड़-लिपूलेख, तवाघाट-घटियाबगड़ एवं तवाघाट-सोबला मार्ग शामिल हैं।
बुधवार सुबह मिली जानकारी के अनुसार, कुमाऊं मंडल में कुल 23 मार्ग अवरूद्ध हैं। पिथौरागढ़ जनपद में सबसे अधिक 15 सड़कें मलबा आने के कारण यातायात के लिए बंद हैं। इसी प्रकार बागेश्वर और चंपावत में चार-चार और नैनीताल जनपद में छह सड़कें बंद पड़ी हैं।