Edited By Nitika,Updated: 14 Nov, 2018 01:41 PM
लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय खाय से शुरू होकर बुधवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया है। इस दौरान हरकी पौड़ी सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
देहरादूनः लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय खाय से शुरू होकर बुधवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया है। इस दौरान हरकी पौड़ी सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
जानकारी के अनुसार, छठ मैया के गीत गाते हुए और दीप प्रज्वलित कर पूर्वांचल की हजारों व्रती महिलाओं ने मंगलवार शाम को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके साथ ही सोमवार से निर्जला व्रत रखने वाली हजारों महिलाएं और पुरुष गंगा घाटों की तरफ उमड़ने शुरू हो गए। इसके बाद बुधवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत संपन्न हो गया। इस मौके पर छठ मैया के नारे भी लगाए गए और श्रद्धालुओं के द्वारा आतिशबाजी भी चलाई गई।
वहीं छठ व्रती महिलाओं ने संतान की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए रखा यह व्रत रखा था। इसके साथ ही घाटों पर कमर तक पानी में खड़े होकर छठ व्रती महिलाओं ने सूर्य देवता को प्रणाम किया। उनके पतियों के द्वारा अपनी पत्नियों को पानी पिलाकर व्रत को संपन्न करवाया गया। बता दें कि प्रशासन के द्वारा छठ पर्व के मौके पर घाटों की सफाई सहित अन्य पुख्ता इंतजाम किए गए थे।