Edited By Nitika,Updated: 21 Nov, 2018 02:55 PM
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के हवलदार चंद्रिका प्रसाद का अंतिम संस्कार बुधवार को नेपाल सीमा पर बहने वाली जगबूड़ा नदी के घाट पर किया गया। इस दौरान शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
खटीमाः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के हवलदार चंद्रिका प्रसाद का अंतिम संस्कार बुधवार को नेपाल सीमा पर बहने वाली जगबूड़ा नदी के घाट पर किया गया। इस दौरान शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों लोग
जानकारी के अनुसार, शहीद चंद्रिका प्रसाद का पार्थिव शरीर सीआरपीएफ के वाहन से मंगलवार सुबह 3 बजे उनके पैतृक गांव खेलड़िया पहुंचाया गया। इसके साथ ही शहीद का शव उनके पैतृक गांव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। इसी बीच शहीद की बेटियां पिता के शव से लिपटकर रो पड़ी। वहीं बुधवार सुबह शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया। इसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें कि सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।
देहरादून के डीआईजी ने तात्कालिक सहायता राशि
शहीद के अंतिम संस्कार से पहले काठगोदाम से आई सीरपीएफ के जवानों की टीम ने शहीद को सलामी दी। इसके साथ ही रामपुर के डीआईजी सहित कई अधिकारियों ने पुष्प चक्र भी अर्पित किए। इसके बाद शहीद के बड़े बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। बता दें कि देहरादून के डीआईजी दिनेश उनियाल और रामपुर के डीआईजी सुनील जॉन ने शहीद की पत्नी रामरति को तात्कालिक सहायता राशि के तौर पर 50 हजार रुपए दिए।