Edited By Nitika,Updated: 09 Feb, 2019 06:42 PM
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने जहरीली शराब का सेवन करने से मरने वाले मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिवारजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की।
हरिद्वारः उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने जहरीली शराब का सेवन करने से मरने वाले मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिवारजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की।
हरीश रावत ने की अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना
जानकारी के अनुसार, हरीश रावत ने कहा कि वह ईश्वर से दुख की इस कठिन घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि इतनी दुखद घटना हो गई और यह गरीब परिवारों से संबंधित घटना थी। इसके बावजूद भी राज्य सरकार ने पीड़ित लोगों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध नहीं करवाई। प्रशासन तंत्र और सरकार ने भी इस पर भी विचार नहीं किया कि गरीब लोग अपने मृतक लोगों का क्रिया कर्म कैसे करेंगे।
जहरीली शराब को संरक्षण देने वाले के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
हरीश रावत ने कहा कि मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने के बाद ऐसा लगता है कि जहरीली शराब बनाने वाले लोग कोई और है और उन्होंने वह शराब जहां-जहां सप्लाई की और जिस-जिस ने वह शराब पी है वह मौत के आगोश में सो गए हैं। इसमें तेरहवीं में आए हुए लोगों के या वहां शराब बंटने की बात कहीं से भी नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी परिवार को इसके लिए तंग नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि सारा परिवार इस नकली जहरीली शराब का शिकार हैं। कौन लोग हैं जहरीली शराब बनाने वाले और कौन लोग हैं जहरीली शराब को संरक्षण देने वाले, कार्रवाई उनके खिलाफ होनी चाहिए, उनकी जांच होनी चाहिए।
मृतक परिवारों के परिजनों को देना चाहिए 5 लाख की सहायता राशि
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सबको मालूम है, लोग इशारों इशारों में बता भी रहे हैं और प्रशासन तंत्र को चाहिए कि वह जहां तेरहवीं हुई क्यों आए, उसके पीछे भागने की बजाय जो लोग जहरीली शराब बनाने का काम करते हैं और उसके वितरण का काम करते हैं उनको खोजें, उनके पीछे जाएं। शासन के सम्मुख एक ही प्रायश्चित है कि मृतक परिवारों को वह इतना मुआवजा दें कि उनके परिवार अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
परिजनों के सदस्य को देनी चाहिए सरकारी नौकरी
उन्होंने कहा कि वह 5 लाख रुपए प्रति मृतक परिवार को देने की मांग करते हैं और साथ-साथ इन परिवारों के एक बच्चे को या महिला को जहां तक संभव हो, उनको कहीं ना कहीं काम दिया जाना चाहिए, सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए, ताकि वह घर फिर से बस सकें, फिर से आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी यह सब कुकृत्य किया है जो-जो इसमें सम्मिलित है और जिन लोगों ने अनदेखी की है, जानते हुए भी इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की है, उन सब के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हरीश रावत ने कहा कि छोटी मछली को मारने से कुछ नहीं होगा, जो मगरमच्छ है और जो तंत्र में भी मगरमच्छ हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।