Edited By Nitika,Updated: 25 Jul, 2021 04:40 PM
उत्तराखंड में भू-वैज्ञानिकों ने पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त गांवों का दौरा किया। साथ ही विस्थापन की संभावना तलाशी। पिथौरागढ़ के भूवैज्ञानिक प्रदीप कुमार की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम बंगापानी के आपदाग्रस्त गांव लुमती और तल्ला घरुड़ी पहुंची और...
नैनीतालः उत्तराखंड में भू-वैज्ञानिकों ने पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त गांवों का दौरा किया। साथ ही विस्थापन की संभावना तलाशी। पिथौरागढ़ के भूवैज्ञानिक प्रदीप कुमार की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम बंगापानी के आपदाग्रस्त गांव लुमती और तल्ला घरुड़ी पहुंची और निरीक्षण किया।
यहां गोरी नदी द्वारा दोनों तटों का कटाव किया जा रहा है। टीम रिपोर्ट जल्द ही जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेगी। टीम द्वारा अवगत करवाया गया कि ग्राम लुमती के निकट गोरी नदी से भूकटाव हो रहा है, जिससे निर्माणाधीन पॉलिटेक्निक बरम भी खतरे की जद में आ चुका है, जिसको देखते हुए लोगों से अपील है कि कृपया नदियों एवं बरसाती नालों के निकट बिल्कुल भी भवन न बनाएं।
टीम ने बताया कि नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में चट्टानी भूभाग बहुत कम स्थानों में मिलता है और नदियां बरसात में अपना मार्ग बदल देती हैं।