Edited By Nitika,Updated: 05 Jun, 2018 06:50 PM
उत्तराखंड में 21 मई को एवरेस्ट फतह करने वाली 22 वर्षीय पूनम राणा सहित उनके साथी नाकुरी और उत्तराखंड पुलिस के एवरेस्ट विजेता जवानों के पहुंचते ही भारत माता जिंदाबाद के नारे लगाकार स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड में 21 मई को एवरेस्ट फतह करने वाली 22 वर्षीय पूनम राणा सहित उनके साथी नाकुरी और उत्तराखंड पुलिस के एवरेस्ट विजेता जवानों के पहुंचते ही भारत माता जिंदाबाद के नारे लगाकार स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया।
पूनम राणा ने सरकार से लगाई नौकरी की गुहार
इस दौरान पूनम राणा ने अपने एवरेस्ट आरोहण के अनुभवों को साझा किया और अपनी सफलता का श्रेय एवरेस्ट विजेता बछेंद्री पाल को दिया। पूनम राणा ने कहा कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उसने राज्य सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि उसे अपने परिवार का गुजारा करने के लिए नौकरी दी जाए ताकि वह समाज और अन्य लोगों के लिए भी कुछ कर सके।
चारों विजेताओं ने भगवान काशी विश्वनाथ के किए दर्शन
वहीं इसके बाग एवरेस्ट के चारों विजेताओं ने भगवान काशी विश्वनाथ और कंडार देवता के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। इस मौके पर एवरेस्ट विजेताओं ने कहा कि आज उनके लिए बहुत बड़ा दिन है। उन्होंने राज्य का नाम रोशन किया है और वह भविष्य में भी ऐसे काम करते रहेंगे।