Edited By Nitika,Updated: 12 Jun, 2018 02:11 PM
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सोमवार को सचिवालय में विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने एनसीईआरटी की पुस्तकों के टेंडर अभी तक पास ना होने पर नाराजगी व्यक्त की।
देहरादूनः उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सोमवार को सचिवालय में विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने एनसीईआरटी की पुस्तकों के टेंडर अभी तक पास ना होने पर नाराजगी व्यक्त की।
टेंडर पास ना होने पर शिक्षा मंत्री नाराज
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सभी स्कूलों में एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) की पुस्तकें लागू करने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके बावजूद भी 15 अप्रैल तक राज्य के सभी स्कूलों में किताबें पहुंच जानी चाहिए थी लेकिन कुछ उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण किताबों के टेंडर अभी तक पास नहीं हो पाए हैं। अरविंद पांडे ने कहा कि इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण जुलाई में स्कूल खुलने तक भी किताबें मिलना संभव नहीं लगता है।
अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश
शिक्षा मंत्री ने कुछ अधिकारियों पर सरकार की योजनाओं को फेल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य क् कुछ अधिकारी कैबिनेट से मंजूर प्रस्ताव को भी लागू करने में लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।