Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 06:41 PM
उत्तराखंड में पेयजल कर्मियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 15 फरवरी तक उनकी मांगों पर कार्रवाई की जाए। कर्मचारियों ने कहा कि प्रशासन उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनके साथ समझौता तो कर लेती है
देहरादून: उत्तराखंड में पेयजल कर्मियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 15 फरवरी तक उनकी मांगों पर कार्रवाई की जाए। कर्मचारियों ने कहा कि प्रशासन उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनके साथ समझौता तो कर लेती है लेकिन उनको मांगों को पूरा नहीं करती। उनका कहना है कि 3 महीने के वेतन भुगतान सहित अन्य मांगों को अगर पूरा नहीं किया गया तो वह 16 फरवरी से दोबारा हड़ताल पर चले जाएंगे।
कर्मियों का कहना है कि मांगों को पूरा ना करने पर राज्य व्यापी तालाबंदी और अनिश्चित समय के लिए हड़ताल करके सरकार को जगाया जाएगा। पेयजल निगम का धरना पेयजल मुख्यालय पर जारी है।शासन ने निगम के सेंटेज का पैसा रिलीज कर दिया है लेकिन कर्मचारी उससे संतुष्ट नहीं है। इस राशि से कर्मचारियों का 1 महीने का ही वेतन मिल पाया है, जबकि कर्मचारियों और पैंशनर्स का 2 महीने का वेतन अभी बाकी है।
समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष एके चतुर्वेदी और महामंत्री प्रवीन सिंह रावत ने कहा कि पेयजल मंत्री की अध्यक्षता में प्रशासन से हुए समझौता में 3 महीने के वेतन की राशि का पैसा जारी करने के साथ ही पेयजल निगम और जल संस्थान के एकीकरण की कार्रवाई तेज करने की बात कही गई लेकिन समझौते के करीब 10 दिन बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई।