Edited By Nitika,Updated: 21 Nov, 2019 01:21 PM
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के कपाट गुरुवार सुबह साढ़े 8 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही अब बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली ने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना हुई।
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के कपाट गुरुवार सुबह साढ़े 8 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही अब बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली ने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना हुई।
जानकारी के अनुसार, बाबा मद्महेश्वर के मंदिर में गुरुवार सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। इसके बाद मुख्य पुजारी द्वारा आराध्य का श्रृंगार कर भोग लगाया गया। सभी धार्मिक औपचारिकताओं को पूरा करते हुए गर्भगृह में स्थापित स्वयंभू लिंग को समाधि रूप देकर विशेष पूजा एवं आरती की गई। द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की भोग मूर्तियों को चल विग्रह उत्सव डोली में विराजमान किया गया।
वहीं मंदिर के कपाट बंद होने के बाद बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली अपने पहले पड़ाव गौंडार गांव में रात्रि प्रवास करेगी। बता दें कि 24 नवंबर को डोली शीतकालीन पूजा-अर्चना के लिए पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी।