Edited By Nitika,Updated: 25 Oct, 2020 10:57 AM
उत्तराखंड के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत तथा राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष जीआर चिंताला शनिवार को पतंजलि योगपीठ पहुंचे।
हरिद्वारः उत्तराखंड के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत तथा राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष जीआर चिंताला शनिवार को पतंजलि योगपीठ पहुंचे। यहां पर आचार्य बालकृष्ण ने दोनों महानुभावों का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर नाबार्ड अध्यक्ष ने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादित शहद तथा कृषि उत्पाद एलोवेरा का सीधा क्रय कर पतंजलि ने किसानों की आय दोगुनी करने के अपने संकल्प की ओर कदम बढ़ाया है। उन्होंने पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क का भ्रमण किया तथा पतंजलि च्यवनप्राश की गुणवत्ता की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए नाबार्ड 500 सहकारी समितियों को 2-2 करोड़ तक की ऋण उपलब्ध करवाएगा। इसके पश्चात उन्होंने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का भ्रमण कर पतंजलि द्वारा किए जा रहे शोधपरक कार्यों का जायजा लिया।
वहीं इस मौके पर स्वामी रामदेव ने कहा कि बाजार में शहद के नाम पर न जाने क्या-क्या बेचा जा रहा था। हमने किसानों से सीधा शहद खरीद कर लोगों को शुद्ध शहद उपलब्ध करवाया। साथ ही हमने किसानों को जड़ी-बूटी आधारित खेती करने हेतु प्रोत्साहित किया। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गिलोय है, जिसे किसान काटकर फेंक देते थे। वही गिलोय पतंजलि द्वारा अच्छे दाम पर खरीद किया जा रहा है। इन्होंने कहा कि हमने 5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्क्ष रूप से रोजगार दिया है तथा 5 लाख किसानों को कृषि उत्पादों के माध्यम से पतंजलि से जोड़ा है।