Edited By Nitika,Updated: 09 Aug, 2018 11:26 AM
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर आपदा के 5 साल बाद करोड़ों की लागत से डिडसारी पुल बनकर तैयार तो हो गया है लेकिन इसके उद्धाटन से पहले से ही पुल पर दरारें पड़नी शुरू हो गई है।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर आपदा के 5 साल बाद करोड़ों की लागत से डिडसारी पुल बनकर तैयार तो हो गया है लेकिन इसके उद्धाटन से पहले से ही पुल पर दरारें पड़नी शुरू हो गई है।
निर्माणदायी कंपनी की कार्यशैली और घटिया गुणवत्ता की खुली पोल
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण पुल वाले स्थान पर भू-धंसाव होने के कारण पुल के दोनों अबेटमेंट पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। दरारें पड़ने के कारण पुल को खतरा पहुंच रहा है। इससे पुल को बनाने वाली निर्माणदायी कंपनी की कार्यशैली और घटिया गुणवत्ता से हुए पुल के निर्माण का पत्ता चल रहा है। ग्रामीण नए पुल पर आ रही दरारों को देखकर काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने डीएम से की कार्रवाई करने की मांग
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान के साथ मुलाकात कर उन्हें लिखित शिकायत देकर पुल का निरीक्षण करने और पुल बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने पुल को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत सुरक्षात्मक कार्य करवाने की मांग की है।
आपदा के 5 साल बाद बना पुल
बता दें कि साल 2012 की बाढ़ में गंगा भागीरथी पर बना डिडासरी पुल बह गया था। इसके बाद से प्रशासन ने ग्रामीणों की आवाजाही के लिए ट्राली लगा दी थी। ग्रामीणों ने 5 सालों तक खतरे की ट्राली पर सफर किया।