Edited By Nitika,Updated: 06 Jul, 2020 05:42 PM
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रायपुर में एक और विधानसभा भवन बनाने की कवायद के बाद राजनीति गरमाने लगी है। विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को घेरने का मन बना रही है।
हल्द्वानीः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रायपुर में एक और विधानसभा भवन बनाने की कवायद के बाद राजनीति गरमाने लगी है। विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को घेरने का मन बना रही है।
जहां एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने नए विधानसभा भवन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली तो वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने इस प्रोजेक्ट का विरोध किया है। यदि सरकार ने ऐसा किया तो राज्य में बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया तो राज्य की जनता के साथ ही तमाम विपक्षी दलों ने सरकार के इस कदम की सराहना की थी लेकिन कुछ महीनों के बाद ही अब सरकार ने ये नया मुद्दा उठा दिया है। इससे साफ जाहिर होता है कि जिस राज्य के लिए यहां की जनता ने आंदोलन किया था उससे भाजपा सरकार मुंह मोड़ रही है।
वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में विकास के काम ठप्प है। सरकार कर्मचारियों को वेतन नही दे पा रही है। ऐसे में इतने बड़े प्रोजेक्ट के लिए पैसे कहाँ से और कैसे आएंगे? कुंजवाल ने कहा कि 2012 में तत्कालीन बहुगुणा सरकार में इस जमीन को वन विभाग से लिया गया था। भाजपा सरकार का इसमें कोई योगदान नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि देहरादून में एक और विधानसभा भवन बनता है तो यह राज्य की जनता से बहुत बड़ा धोखा होगा।