Edited By Nitika,Updated: 22 Nov, 2019 04:21 PM
उत्तराखंड में शीतकालीन सत्र को लेकर सियासत गरमा गई है। सत्र आहूत करवाने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल आमने-सामने आ गए हैं।
देहरादूनः उत्तराखंड में शीतकालीन सत्र को लेकर सियासत गरमा गई है। सत्र आहूत करवाने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल आमने-सामने आ गए हैं। जहां एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष सत्र को गैरसैंण में करवाना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ सीएम सत्र को देहरादून में आहूत करवाने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह निर्णय राज्य सरकार को करना है। सरकार कहेगी तो सत्र आहूत हो जाएगा लेकिन सरकार को साल में एक सत्र गैरसैंण में करवाना चाहिए। वहीं प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लेना सरकार का काम है। इसके साथ ही कई विधायक बुजुर्ग हो चुके हैं जो गैरसैंण नहीं पहुंच सकते। उनको वहां ठंड लग जाएगी।
इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। इसी के चलते वह गैरसैंण में सत्र नहीं करवाना चाहती। इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह भी किया था। बता दें कि 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र देहरादून में ही सुरक्षित हो चुका है। इस संबंध में अभी सचिवालय की ओर से अधिसूचना जारी किए जाने की औपचारिकता बाकी है।