Edited By Nitika,Updated: 15 Jul, 2021 10:29 AM
हाल में भारी बारिश में कुलगार नदी के ऊपर बने अस्थायी पुल के बह जाने से उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित दारमा, व्यास और चौदास घाटियों के निवासियों के लिए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने पर्वतारोहियों की सहायता ली है।
पिथौरागढ़ः हाल में भारी बारिश में कुलगार नदी के ऊपर बने अस्थायी पुल के बह जाने से उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित दारमा, व्यास और चौदास घाटियों के निवासियों के लिए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने पर्वतारोहियों की सहायता ली है।
धारचूला के उपजिलाधिकारी एके शुक्ला ने बताया कि माउंट एवरेस्ट पर चढाई कर चुके योगेश गरबियाल और शीतल जैसे पर्वतारोहियों के एक दल को उन ग्रामीणों की मदद करने की अनुमति दी गई है, जो 6 दिन पहले बह गए पुल के अभाव में छोटी नदी को पार नहीं कर पा रहे हैं। वर्ष 2015 में एवरेस्ट फतेह कर चुके और अब 'क्लाइंबर्स बियोंड समिट' नामक गैर सरकारी संगठन चला रहे गरबियाल ने कहा कि उन्होंने 12 जुलाई से इस अभियान पर काम करना शुरू कर दिया है और आज की तारीख तक तीनों घटियों के 1000 से ज्यादा लोगों को छोटी नदी को पार करा के उनकी मंजिलों तक पहुंचा चुके हैं। उन्होंने बताया कि एवरेस्ट पर चढ़ाई कर चुकी शीतल सहित 9 प्रशिक्षित पर्वतारोहियों का एक दल मौके पर लोगों को उफनाई कुलगार नदी पार कराने में मदद कर रहा है।
शुक्ला ने बताया कि जिले के बाकी हिस्सों से कट गए तीनों घाटियों तक संपर्क बहाल करने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को एक सप्ताह के भीतर ‘बेली ब्रिज' का निर्माण करना है।