Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 09:52 AM
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बद्रीनाथ पहुंचकर बीआरओ के विश्राम गृह में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बद्रीनाथ पहुंचकर बीआरओ के विश्राम गृह में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इसके बाद गृहमंत्री व मुख्यमंत्री ने रिमखिम, जोशीमठ एवं औली में आईटीबीपी कैम्प में जवानों के साथ मुलाकात कर दशहरा एवं दीपावली पर्व की बधाई दी।
गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने सुनील-जोशीमठ में आईटीबीपी द्वारा आयोजित शस्त्र पूजा कार्यक्रम में भाग लिया तथा नि:शुल्क चिकित्सा शिविर व रक्तदान शिविर का निरीक्षण भी किया। गृहमंत्री ने दशहरा पर्व पर रिमखिम, सुनील-जोशीमठ तथा औली में जवानों से मुलाकात कर खुशी जाहिर करते हुए उनकी हौसला-अफजाई की। जवानों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे आईटीबीपी के जवानों ने विकट परिस्थितियों में भी कठिनाइयों एवं ऊंचाई पर विजय प्राप्त की है।
1962 से लगातार हमारे आईटीबीपी के जवान देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं। दुनिया की कोई भी ताकत हिमवीरों को देश की सीमाओं की सुरक्षा करने से रोक नहीं सकती। जवानों को स्नो स्कूटर, अच्छी क्वालिटी की गाडिय़ां, गर्म कपड़े व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है। सीमा पर तैनात जवानों को अपने परिवार के साथ बात करने के लिए सस्ती दर पर बीएसएनएल सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। उन्होंने आईटीबीपी के जवानों को भी सीमा पर रहने वाले नागरिकों को दोस्त बनाकर उनके अंदर विश्वास जगाने को कहा।
गृहमंत्री ने सीमांत क्षेत्रों में बॉर्डर एरिया डिवैल्पमैंट के तहत संचालित कार्यों की भी सराहना की तथा बीएडीपी के तहत दी जाने वाली धनराशि को दोगुना करने की बात कही। इस अवसर पर डीजी आईटीबीपी आरके पंचनंदा, आईटीबीपी के कमांडैंट विक्रांत थपलियाल, आईजी एचएस गुरैया सहित आईटीबीपी के जवान व क्षेत्रीय जनता आदि मौजूद थी।