Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 01:11 PM
8 नवंबर को नोटबंदी की सालगिरह पर एक तरफ भाजपा ने उसकी खुशी जाहिर करते हुए काला धन विरोध दिवस मनाया। वहीं दूसरी तरफ भाजपा की विरोधी पार्टियों ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया। नोटबंदी की वजह से मारे गए लोगों को देहरादून के गांधी पार्क में...
देहरादून(कुलदीप रावत): 8 नवंबर को नोटबंदी की सालगिरह पर एक तरफ भाजपा ने उसकी खुशी जाहिर करते हुए काला धन विरोध दिवस मनाया। वहीं दूसरी तरफ भाजपा की विरोधी पार्टियों ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया।
शुक्रवार देर शाम कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से लेकर गांधीपार्क तक कैंडल मार्च निकालकर नोटबंदी की वजह से मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि पीएम के इस नोटबंदी के फैसले से 165 लोगों की जानें चली गई लेकिन इसके बावजूद भी पीएम मोदी अपने फैसले को सही बता रहें हैं।
वहीं नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई। सरकार का इसके पीछे बहुत बड़ा लक्ष्य था लेकिन उनका वह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। नोटबंदी से ना तो कालाधन रूका और ना ही आतंकवाद पर कोई रोक लगी।