Edited By Nitika,Updated: 12 Apr, 2019 02:29 PM
उत्तराखंड में लोकसभा की पांचों सीटों पर गुरुवार को शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाए गए। इस बार मतदान का प्रतिशत पिछली बार की अपेक्षा से लगभग 5 प्रतिशत कम रहा। वहीं मतदान के बाद से दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं।
देहरादूनः उत्तराखंड में लोकसभा की पांचों सीटों पर गुरुवार को शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाए गए। इस बार मतदान का प्रतिशत पिछली बार की अपेक्षा से लगभग 5 प्रतिशत कम रहा। वहीं मतदान के बाद से दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं।
BJP ने पांचों सीटों पर किया जीत का दावा
जानकारी के अनुसार, भाजपा का कहना है कि इस बार पांचों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने मजबूत, ईमानदार और पारदर्शी सरकार के लिए वोट किया है। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 5 सालों में उत्तराखंड को कई बड़ी सौगातें दी हैं। इसके साथ ही पूरे देश की तरह उत्तराखंड का भी तेजी से विकास किया है। भाजपा नेता ने कहा कि जनता से पूरे राज्यभर में जो फीडबैक मिला है, उससे भाजपा पार्टी काफी उत्साहित है। इस बार भाजपा के सभी प्रत्याशी भारी मतों के साथ जीतकर लोकसभा में पहुंचेंगे।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं कांग्रेस ने भी अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता ने भाजपा के हर चाल और हर दांव को नकार दिया है। इसी के चलते राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी है और कांग्रेस रिकार्ड मतों से जीत हासिल करेगी। इस बीच कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के बढ़ते जनाधार को देखते हुए भाजपा ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया। इसके बावजूद जनता ने भाजपा को नकार दिया है और हर सीट पर भाजपा को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कांग्रेस हर सीट पर भाजपा से आगे रही है और सभी सीटें कांग्रेस जीतेगी।
2014 में BJP ने पांचों सीटों पर दर्ज की थी जीत
बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य की सभी पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की पांचो लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी। इस बार के लोकसभा चुनावों के बाद से हार-जीत के गणित को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।