Edited By Nitika,Updated: 18 Oct, 2018 01:52 PM
उत्तराखंड में एनएच-74 घोटाले मामले 2 आईएएस अधिकारियों को निलंबित करने के बाद राज्य सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस बार मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र में लापरवाही बरतने वाले पीडब्लूडी के अधिाकारियों पर गाज...
देहरादूनः उत्तराखंड में एनएच-74 घोटाले मामले 2 आईएएस अधिकारियों को निलंबित करने के बाद राज्य सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस बार मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र में लापरवाही बरतने वाले पीडब्लूडी के अधिाकारियों पर गाज गिरी है।
जानकारी के अनुसार, यह मामला राजधानी देहरादून के थाना-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पप बने पुल से जुड़ा हुआ है, जहां पर पिछले दिनों मुख्यमंत्रा ने पुल का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम को पुल में भारी कमियां दिखाई दी। इतनी ही नहीं पुल पर दरारें पड़नी भी शुरू हो गई थी। इेसके बाद सीएम ने इस मामले में जांच के आदेश दिए। वहीं अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने निर्माण कार्य में लापरवाही के दोषी पाए जाने वाले 4 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया। इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण लगभग 1 करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
बता दें कि पुल की गुणवत्ता की जांच के लिए लोनिवि के प्रमुख अभियंता आरसी पुरोहित से प्रारंभिक जांच करवाई गई। इसके साथ ही डिजाइन की जांच पौड़ी के इंजीनियरिंग से करवाई गई, जिसमें डिजाइन भी फेल था। इसके बाद जब डिजाइन बनाने वाले से पूछताछ की गई तो इस बात का खुलासा हुआ कि पुल को बिना डिजाइन के बनाया गया है।
वहीं इस मामले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा किसी भी मामले में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने कहा कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना की बात सामने आने के बाद से विभाग के द्वारा सभी पुलों की जांच अपने स्तर से करवाई जाएगी।