Edited By Nitika,Updated: 21 Apr, 2019 04:58 PM
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में अग्निमिशन पखवाड़े के चलते लोगों को आग लगने जैसी घटनाओं से निपटने और रोकथाम के लिए जागरुक किया गया। इसके साथ ही जिला क्लेक्ट्रेट में जागरुकता की कमी नजर आई।
बागेश्वरः उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में अग्निमिशन पखवाड़े के चलते लोगों को आग लगने जैसी घटनाओं से निपटने और रोकथाम के लिए जागरुक किया गया। इसके साथ ही जिला क्लेक्ट्रेट में जागरुकता की कमी नजर आई।
जानकारी के अनुसार, अग्निशमन पखवाड़े के चलते बीते दिनों जिले के सभी सरकारी और निजी कार्यालयों और स्कूलों में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। इसी बीच जागरूकता अभियान की पोल तब खुली जब जिलाधिकारी कार्यालय में लगे सभी फायर सिलेंडर एक्सपायरी तारीख के पाए गए।
जिला परिसर में लगभग 42 फायर सिलेंडर लगाए गए लेकिन यह सभी फायर सिलेंडर 4 अप्रैल 2019 को ही एक्सपायर हो चुके थे। आगजनी जैसी घटना होने पर कलक्ट्रेट कर्मी इससे निपटने के लिए तैयार नजर नहीं आ रहे जबकि इस परिसर में महत्वपूर्ण विभाग भी हैं। यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है।
वहीं अपर जिलाधिकारी का कहना है कि चुनावों के चलते फायर सिलेंडरों को रिफिल करने के लिए अप्रूवल लेने में देरी हो गई है। अप्रूव की फाइल भेजी गई है और जल्द ही फायर सिलेंडर बदल लिए जाएंगे।